NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 8 Rahim Ke Dohe

रहीम के दोहे Hindi Class 9 Sparsh Solutions

रहीम के दोहे प्रश्न-अभ्यास

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए – 

रहीम के दोहे प्रश्न (क). प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भाँति क्यों नहीं हो पाता?

Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- प्रेम का धागा टूटने पर फिर से पहले जैसा नहीं हो पाता है। इससे कवि का तात्पर्य यह है कि जिस प्रकार कोई धागा टूट जाए और उस जोड़ा जाए, तो एक गाँठ बांधनी पड़ती है। ठीक उसी तरह अगर रिश्ते में कोई लड़ाई हो जाए या उसमें कोई खटास अा जाए, तो चाहे आप कितना भी प्रयास करें, वो रिश्ता पहले जैसा नहीं हो पाता है। रिश्ते में कोई ना कोई गाँठ रह ही जाती है। रिश्ते बहुत नाजुक और कोमल होते हैं, इसलिए हमें उन्हें सहेज कर रखना चाहिए।

रहीम के दोहे प्रश्न (ख). हमें अपना दुःख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है?


Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- कवि कहते हैं कि हमें अपने दुख और पीड़ा को अपने मन में ही रखना चाहिए। जब हम अपना दुःख-दर्द दूसरों को सुनाते हैं, तो ज्यादातर लोग उसे मनोरंजन का साधन बना लेते हैं। कोई भी उसे समझ कर कम करने की कोशिश नहीं करता है। इसीलिए हमें अपना दुःख दूसरों के सामने प्रकट करने के बजाय अपने मन में ही रख लेना चाहिए। 

रहीम के दोहे प्रश्न (ग). रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों कहा है?

Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- रहीम जी ने सागर की अपेक्षा पंक यानि कीचड़ भरे जल को धन्य इसलिए कहा है, क्योंकि सागर का जल इतना खारा होता है कि कोई जीव उसे पीकर अपनी प्यास नहीं बुझा पाता है। जबकि कीचड़ भरे गंदले-से जल को पीकर कई प्राणी अपनी प्यास बुझा लेते हैं। इस तरह पंक जल, सागर के खारे पानी की जगह कई मायनों में बेहतर और पावन है। असल में, रहीम जी इस पंक्ति में कहना चाहते हैं कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि कोई व्यक्ति कितना बड़ा या छोटा है। फर्क इस से पड़ता है कि उसमें दूसरों का भला करने की कितनी इच्छा है।

रहीम के दोहे प्रश्न (घ). एक को साधने से सब कैसे सध जाता है?

Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- रहीम जी ने अपने दोहे में कहा है कि “एकै साधे सब सधै, सब साधै सब जाय”, यहां वो कह रहे हैं कि हमें एक बार में एक ही काम को पूरी लगन से करना चाहिए। अगर हम एक ही बार में हर काम को करने की कोशिश करेंगे, तो कोई भी काम सही तरह से नहीं कर पाएंगे। इसी लिए हमें एक बार ही में हर तरफ हाथ-पैर फेंकने के बजाय, एक ही काम पर ध्यान देना चाहिए।

रहीम के दोहे प्रश्न (ड़). जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता?

Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- कमल को जीवित रहने के लिए जल की सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है, क्योंकि वो उसे सूर्य की तेज किरणों से सुरक्षित रखता है। जल के बिना तो उसे जीवन देने वाला सूर्य ही उसकी जान का दुश्मन बन जाता है और उसे सुखा देता है। इसीलिए कवि ने कहा है कि जलहीन कमल की रक्षा स्वयं सूर्यदेव भी नहीं कर सकते हैं।

रहीम के दोहे प्रश्न (च). अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?

Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- अवध नरेश श्री राम को चित्रकूट इसलिए जाना पड़ा क्योंकि उनकी माता कैकेयी के आग्रह पर उनके पिता श्री दशरथ जी को उन्हें 14 वर्ष का वनवास देना पड़ा था। चित्रकूट जाकर रहने पर अवध नरेश को अद्भुत और दिव्य शांति मिली।

रहीम के दोहे प्रश्न (छ). ‘नट’ किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?

Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- ‘नट’ कुंडली कला मे सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है । 

रहीम के दोहे प्रश्न (ज).‘मोती, मानुष, चून’ के संदर्भ में पानी के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।

Hindi Class 9 Sparsh Solutions(उत्तर):- ‘मोती, मानुष, चून’ के संदर्भ में पानी का महत्त्व यह है – मोती का निर्माण जल में ही हो सकता है, बिना पानी के मोती बन ही नहीं सकता है। सूखा आटा हमारे ज्यादा काम का नहीं होता है, लेकिन उसमें पानी मिलाने के बाद हम उससे कई स्वादिष्ट पकवान बना सकते हैं। इसी तरह, मनुष्य का महत्व भी पानी यानि इज़्ज़त से ही होता है। अगर उसमें पानी यानि शर्म और इज़्ज़त का भाव न रहे, तो फिर उसका कोई महत्व नहीं रह जाता है। इसीलिए रहीम जी ने अपने दोहे में कहा है, “पानी गए न ऊबरे, मोती-मानुष-चून”

2. निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए –

(क). टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।

ncert solutions class 9 sparsh(उत्तर):- रहीम के इस दोहे में उन्होंने रिश्तों की अहमियत के बारे में समझाया है। इस पंक्ति का अर्थ यह है कि रिश्ते किसी कोमल धागे की तरह होते हैं। जिस प्रकार कोई कोमल धागा टूटने के बाद फिर से पहले जैसा नहीं हो सकता है, उसी प्रकार रिश्ते एक बार टूटने के बाद दोबारा पहले जैसे नहीं हो पते हैं। जैसे धागे को फिर से जोड़ने की कोशिश करने पर उसमें गांठ पड़ जाती है, वैसे ही अनबन के बाद रिश्ते को जोड़ने पर उसमें एक कसक या खटास कहीं-ना-कहीं बाकी रह ही जाती है। इसलिए हमें अपने रिश्तों को बहुत प्यार और मेहनत से सहेज कर रखना चाहिए।

(ख). सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।

ncert solutions class 9 sparsh(उत्तर):- रहीम के दोहे की इस पंक्ति का भाव यह है कि हमें अपनी मुश्किलों और परेशानियों के बारे में दुनिया के लोगों से बात नहीं करनी चाहिए, उन्हें अपने मन में रखना ही हमारे लिए बेहतर होता है। हमारे दुःख-दर्द को सुनकर ये दुनिया उसे बांटती नहीं है, बल्कि लोग उसका मजाक बनाते हैं और हमारे दुःख का मज़ा लेते रहते हैं।

(ग़). रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।

ncert solutions class 9 sparsh(उत्तर):- रहीम जी के इस दोहे में वो कहते हैं कि जिस प्रकार एक वृक्ष को सही तरह से सींचने पर वह अच्छी तरह से फल-फूलता है। उसी प्रकार, अगर हम बिना ध्यान भटकाए एक ही लक्ष्य को पाने में तन-मन से जुट जाएं, तो हमें उसे प्राप्त करने के लिए ज्यादा इंतज़ार नहीं करना होगा।

(घ). दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।

ncert solutions class 9 sparsh(उत्तर):- रहीम जी ने अपने दोहे की इस पंक्ति में दोहों की महिमा का बखान किया है। वे कहते हैं कि दोहे बहुत कम शब्दों में हमें बड़ी ही गहरी बातें समझा देते हैं। यानि दोहे लिखना गागर में सागर भरने जैसा होता है। 

(ड़). नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।

ncert solutions class 9 sparsh(उत्तर):- रहीम जी के दोहे की इस पंक्ति का भाव यह है कि जिस प्रकार हिरण नाद (एक प्रकार का संगीत) धुन सुनकर इतना मदमस्त हो जाता है कि अपनी जान तक की परवाह नहीं करता है और जान गंवा बैठता है। इसी प्रकार, मनुष्य भी धन के लालच में इतना अंधा हो जाता है कि वह उसी को सबकुछ समझने लगता है। धन का यह लालच ही समाज में उसके पतन का कारण बन जाता है और वह जानवर बदतर हो जाता है।

(च). जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।

ncert solutions class 9 sparsh(उत्तर):- इस पंक्ति का भाव यह है कि हर वस्तु अपने आप मै सक्षम होती है बड़ी चीज को देखकर बड़ी चीज की अपेक्षा नहीं करनी चाइए जिसका काम जो है वो उसे सबसे बेहतर तरीके से कर सकता है ज्यादा उपेक्षा और इच्छाएं नहीं होनी चाहिएं। जहां सुई का काम होता है वहा सुई अपना काम अच्छे से करती है उसी तरह जहा तलवार का काम होता है वहा तलवार अपना काम पूर्ण रूप से करती है तलवार का काम सुई और सुई का काम तलवार नहीं कर सकते।

(छ). पानी गए न ऊबरै, मोती मानुष चून।

ncert solutions class 9 sparsh(उत्तर):- रहीम जी ने इस दोहे में पानी को एक उदाहरण बनाते हुए, बहुत गहरी बात समझाई है। इस पंक्ति का भाव यह है कि जिस तरह पानी के बिना मोती का अस्तित्व नहीं रहेगा, पानी के बिना सूखा आटा हमारे किसी काम का नहीं रहेगा, ठीक उसी तरह, बिना पानी (यानि शर्म और इज़्ज़त) के मनुष्य भी मनुष्य नहीं रहेगा। अर्थात पानी के बिना मोती, आटा और मनुष्य, तीनों ही व्यर्थ हैं। 

3. निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है –

रहीम के दोहे प्रश्न (क). जिस पर विपदा पड़ती वही इस देश में आता है।

उत्तर:- जा पर विपदा पड़त है, सो आवत यह देस।

रहीम के दोहे प्रश्न (ख). कोई लाख कोशिश करे पर बिगड़ी बात फिर बन नहीं सकती।

उत्तर:- बिगरी बात बनै नहीं, लाख करौ किन कोय।

रहीम के दोहे प्रश्न (ग). पानी के बिना सब सूना है अत: पानी अवश्य रखना चाहिए।

उत्तर:- रहिमन पानी राखिये, बिनु पानी सब सून।

4. उदाहरण के आधार पर पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए –

उदाहारण – कोय = कोई,  जै = ज

उत्तर:-

ज्योंजैसे

कछुकुछ

नहिंनहीं

कोय = कोई

धनि = धन्य

आखर = अक्षर

जिय = जीव

थोरे = थोड़े

होय = होता

माखन = मक्खन

तलवारि = तलवार

सींचिबो = सींचना

मूलहिं = मूल

पिअत = पीते ही

पिआसो = प्यासा

बिगरी = बिगड़ी

आवे = आए

सहाय = सहायक

ऊबरै = उबरे

बिनु = बिन

बिथा = व्यथा

अठिलैहैं = इठलाएगे

परिजाय = पड़ जाए

Leave a Comment