Vasant Aya Poem Class 12 Question Answer | वसंत आया प्रश्न अभ्यास

वसंत आया प्रश्न अभ्यास – Vasant Aya Poem Class 12 Question Answer

वसंत आया प्रश्न 1. बसंत आगमन की सूचना कवि को कैसे मिली?

वसंत आया उत्तर- वसंत के आगमन की सूचना कवि को कैलेंडर के माध्यम से, दफ्तर की छुट्टियों के माध्यम से, सड़क पर सैर करते हुए कोयल की कूक की आवाज से तथा पीले पत्तों की आवाज से पता चली कि वसंत सचमुच में आ चुका है।

वसंत आया प्रश्न 2. ‘कोई छह बजे सुबह….. फिर किसे आई, चली गई’ पंक्ति में निहित भाव स्पष्ट कीजिए।


वसंत आया उत्तर- कवि इन पंक्तियों के माध्यम से सुबह की ताजगी की तारीफ करते हुए कहते हैं कि यह सुबह की हवा ऐसे आ रही है और ऐसी चली जा रही है मानो यह सुबह उठकर गरम गरम पानी से नहाकर आई हो और अपनी ताजगी इस प्रकृति पर भी खेल रही हो।

वसंत आया प्रश्न 3. अलंकार बताइए:

क) बड़े-बड़े पियराए पत्ते

वसंत आया उत्तर- इन पंक्तियों में अनुप्रास एवं पुनरुक्ति अलंकार का प्रयोग हुआ है।

ख) कोई छह बजे सुबह जैसे गरम पानी से नहाई हो

वसंत आया उत्तर- इन काव्य पंक्तियों में प्रकृति का मानवीकरण हुआ है अर्थात यहां पर मानवीकरण अलंकार है।

ग) खिली हुई हवा आई, फिरकी-सी आई, चली गई

वसंत आया उत्तर- यहां उपमा अलंकार है।

घ) कि दहर-दहर दहकेंगे कहीं ढाक के जंगल

वसंत आया उत्तर- यहां अनुप्रास एवं पुनरूक्ति अलंकार का प्रयोग किया गया है।

वसंत आया प्रश्न 4. इन पंक्तियों से ज्ञात होता है कि आज मनुष्य प्रकृति के नैसर्गिक सौंदर्य की अनुभूति से वंचित है?

वसंत आया उत्तर- आज जिस तरीके से मनुष्य का लगाव ऋतुओं से अधिक कैलेंडर से है। वह हर चीज के लिए कैलेंडर पर ही निर्भर होते हैं अर्थात प्रकृति के परिवर्तन अब मनुष्य को नजर नहीं आते। इसलिए वह अब हर चीज के लिए प्रकृति के स्थान पर कैलेंडर पर निर्भर रहते हैं और कैलेंडर के माध्यम से ही पता लगाते हैं कि कौन- सी ऋतु आ रही है और कौन-सी ऋतु जा रही है।

वसंत आया प्रश्न 5.प्रकृति मनुष्य की सहचरी है’ इस विषय पर विचार व्यक्त करते हुए आज के संदर्भ में इस कथन के वास्तविकता पर प्रकाश डालिए?

वसंत आया उत्तर- प्रकृति से अच्छा मित्र मनुष्य का और कोई हो ही नहीं सकता। सुबह की ताजा हवा लेने के लिए हम सैर करते हैं। हम नए फल पेड़ के माध्यम से प्राप्त करते हैं। हमें हर चीज के लिए प्रकृति पर ही निर्भर होना पड़ता है। प्रकृति मनुष्य के बगैर रह सकती है, मगर हम सभी मनुष्य प्रकृति के बगैर अधूरे हैं। हमारी हर सांस प्रकृति का ही उपहार है अर्थात प्रकृति हर मनुष्य की सहचरी है।

वसंत आया प्रश्न 6. ‘वसंत आया’ कविता में कवि की चिंता क्या है?

वसंत आया उत्तर- बसंत आया कविता में कवि रघुवीर सहाय को मानवों की चिंता हो रही है।

Tags:
12th class hindi book antra chapters
antra class 12 chapter 6 solution
class 12 hindi antra solution
12th class hindi book antra questions and answers
class 12 hindi book solutions antra
12th class hindi book antra question answer
vasant aya poem class 12 question answer
vasant aya poem class 12 summary
वसंत आया कविता अर्थ
आया वसंत कविता का भावार्थ
आया वसंत कविता व्याख्या

Leave a Comment