Maine Dekha Ek Boond Question Answer

मैंने देखा एक बूँद प्रश्न अभ्यास- Maine Dekha Ek Bund Poem Questions and Answers

मैंने देखा एक बूंद प्रश्न 1. ‘सागर’ और ‘बूंद’ से कवि का क्या आशय है?

मैंने देखा एक बूंद उत्तर- ‘सागर’ का संपर्क समाज से है एवं ‘बूंद’ का संपर्क मनुष्य से है।


मैंने देखा एक बूंद प्रश्न 2. ‘रंग गई क्षणभर,ढलते सूरज की आग से’ – पंक्ति के आधार पर बूंद के क्षणभर रंगने की सार्थकता बताइए।

मैंने देखा एक बूंद उत्तर- जब समुद्र की बूंदे सागर के झांक से छलांग मारती हैं। उस वक्त समुद्र की बूंदों के ऊपर सूर्य की रोशनी पड़ती है। जिसके कारण समुद्र की बूंदे सोने की तरह चमकने लगती है। फिर विलुप्त होकर अपना महत्व बताती है।

मैंने देखा एक बूंद प्रश्न 3. ‘सूने विराट् के सम्मुख……….दाग से!’— पंक्तियों का भावार्थ स्पष्ट कीजिए।

मैंने देखा एक बूंद उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से कवि अज्ञेय यह बताना चाहते हैं कि संपूर्ण संसार में कुछ भी आजीवन के लिए नहीं है।

हर चीज नष्ट हो जाती हैं। मनुष्य का जीवन भी समुद्र की उस बूंद की तरह समाप्त हो जाएगा और इसलिए कवि संदेश देते हैं कि मनुष्य को अपने जीवन के हर एक क्षण का उपयोग करना चाहिए और अच्छे कार्यों में लगाना चाहिए।

ताकि मनुष्य को जीवन में कभी भी इस बात का अफसोस ना हो कि उसने अपने जीवन के कीमती समय को नष्ट कर दिया है।

मैंने देखा एक बूंद प्रश्न 4. ‘क्षण के महत्व’ को उजागर करते हुए कविता का मूल भाव लिखिए।

मैंने देखा एक बूंद उत्तर- क्षण अर्थात समय। कवि ने समय के महत्व को बताते हुए कहा है कि मनुष्य को अपने जीवन के प्रत्येक क्षण को उपयोगी बनाना चाहिए।

यदि कोई दुखी है तो उसे खुश रखना चाहिए, यदि कोई तकलीफ में है तो उसकी परेशानियों को दूर करना चाहिए, अर्थात मनुष्य को अपने जीवन के हर क्षण का उपयोग कर जीवन में खुश रहना चाहिए।

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