घर की याद प्रश्न 1: पानी के रात भर गिरने और प्राण-मन के धिरने में परस्पर क्या संबंध है?
घर की याद उत्तर: इन पंक्तियों में सावन की बारिश को मन की भावनाओं से जोड़ा गया है। जिस प्रकार सावन की घोर बारिश से धरती पानी से भरती जा रही है उसी प्रकार कवि के प्राण और मन भी घर और परिवार की यादों से भरते जा रहे हैं।
जिस प्रकार कवि कहता है कि रात भर बारिश हुई , पानी गिर रहा है , गिरता ही जा रहा है, उसके कहने का आशय यह है कि घर की याद रात भर आयी अब भी आ रही है आती ही जा रही है और जिस प्रकार आकाश से पानी बरस रहा है उसी प्रकार उसकी आँखों से भी पानी गिर रहा है।
घर की याद प्रश्न 2: मायके आई बहन के लिए कवि ने घर को ‘परिताप का घर’ क्यों कहा है?
घर की याद उत्तर: लड़की जब मायके आती है तब वह कुछ क्षण खुशी से बिताना चाहती है, अपने माता-पिता, भाई-बहनों के साथ यादें संजोना चाहती है। वैसे ही कवि की बहन भी अपने मायके आई होगी पर जब उसे पता चला होगा कि उसका एक भाई जेल में बंद है तो उसे कितना दुःख हुआ होगा। उसकी खुशी दुःख में बदल गयी होगी।
इसीलिए कवि ने मायके आयी बहन के लिए घर को ‘परिताप का घर‘ कहा है।
घर की याद प्रश्न 3: पिता के व्यक्तित्व की किन विशेषताओं को उकेरा गया है?
घर की याद उत्तर: प्रस्तुत कविता में पिता को एक शक्तिशाली एवं भावुक व्यक्ति के रूप में उकेरा गया है। कवि के अनुसार उनके पिता को एक पल के लिए भी बुढ़ापा नहीं आया है। वो इतने साहसी हैं कि उन्हें ना मौत से डर लगता है ना ही शेर जैसे आदमखोर पशु से।
आज भी उनकी आवाज में बादलों जैसी गर्जना है। वो आज भी दौड़ लगाने की ताकत रखते हैं और यौवन से भरपूर हंसी से खिलखिलाते हैं। और उनके कामों की तो ऐसे गति है जिससे आंधी-तूफान भी शरमा जाएँ।
वो रोज गीता-पाठ करते हैं, दो सौ साठ दंड बैठक लगाते हैं। इसके साथ ही वे आज भी मुगदर हिलाकर उनकी मूठ से मूठ मिलाने की ताकत रखते हैं। और वे अपने पाँचवे बेटे को सोने पे सुहागा कहते हैं। और अपने पांचवे बेटे को याद करके आँसू बहाते हैं।
घर की याद प्रश्न 4: निम्नलिखित पंक्तियों में ‘बस ’ शब्द के प्रयोग की विशेषता बताइए-
मैं मजे में हूँ सही है
घर नहीं हूँ बस यही है
किंतु यह बस बड़ा बस है।
इसी बस से सब विरस हैं।
घर की याद उत्तर: प्रस्तुत पंक्तियों में चार स्थानों पर ‘बस’ का प्रयोग किया गया है। सबसे पहले वाले स्थान पर ‘बस’ का अर्थ ‘केवल’ है। अर्थात अंतर केवल इतना ही है कि कवि घर में नहीं है। दूसरे स्थान पर ‘बस’ का अर्थ है ‘विवशता’ अर्थात कवि विवश है कि वह घर नहीं जा सकता है।
तीसरे स्थान पर ‘बस’ का अर्थ है ‘व्यथा’ अर्थात कवि बहुत ही व्यथित है कि वो घर नहीं जा सकता। चौथे स्थान पर ‘बस’ का अर्थ है ‘कारण’ अर्थात इसी कारण सब कुछ नीरस हो गया है।
घर की याद प्रश्न 5: कविता की अंतिम 12 पंक्तियों को पढ़कर कल्पना कीजिए कि कवि अपनी किस स्थिति व मन:स्थिति को अपने परिजनों से छिपाना चाहता है?
घर की याद उत्तर: कविता की अंतिम 12 पंक्तियों में कवि अपने दुःख को अपने परिजनों से छुपाना चाहता है। कवि जेल में बहुत दुःखी है, वह रातों को सो नहीं पाता , लोगों से दूर भागता है।
जेल के अत्याचार सह सह कर मौन हो गया है। वह स्वयं को भी पहचान नहीं पाता है। पर अगर उसके परिवार को उसके कष्टों का पता चलेगा तो उनको बहुत दुःख होगा। एक स्वतन्त्रता सेनानी के साथ इतना अत्याचार बहुत गलत है।
इसलिए वह अपनी पीड़ा को अपने परिवार से छुपाता है और सावन से अपने माता-पिता को झूठा संदेश देने को कहता है।
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