Antra Class 12 Disha Poem Summary- दिशा कविता केदारनाथ सिंह

Table of Content:
1. केदारनाथ सिंह का जीवन परिचय
2. दिशा कविता का सारांश
3. दिशा कविता
4. दिशा कविता प्रश्न अभ्यास
5. Antra Class 12 Hindi All Chapter
6. कठिन शब्द और उनके अर्थ

केदारनाथ सिंह का जीवन परिचय- Kedarnath Singh Ka Jeevan Parichay

कवि केदारनाथ सिंह का जन्म बलिया जिले में माना जाता है। इन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से हिंदी में एम.ए.की शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात आधुनिक हिंदी कविता में बिम्ब विधान विषय पर पीएचडी किया था।

इन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से मनुष्य को यह बताने का प्रयास किया है कि प्रकृति के बिना जीवन कुछ भी नहीं है।


प्रमुख रचनाएं-  छायावाद और आधुनिक हिंदी कविता में बिंब विधान का विकास इनकी आलोचनात्मक पुस्तक है। इनकी कुल सात काव्य संग्रह प्रकाशित हुई है। केदारनाथ सिंह जी कवि अज्ञेय के तीसरे तारसप्तक कवि थे। 

पुरस्कार-  ‘अकाल में सारस’ कृति के कारण कवि केदारनाथ सिंह को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2013 में ज्ञानपीठ पुरस्कार भी दिया गया था।

दिशा कविता का सारांश- Disha Poem Summary

यह कविता कवि केदारनाथ सिंह द्वारा रचित कविता है। इस कविता में कवि पतंग उड़ाते हुए बच्चों से हिमालय किस दिशा में है पूछते हैं। बच्चे भी बड़े उत्साह से प्रश्न का उत्तर देते हैं। इस कविता में बाल मनोविज्ञान का संबंध मिलता है।

दिशा कविता- Disha Poem

हिमालय किधर है?
मैंने उस बच्‍चे से पूछा जो स्‍कूल के बाहर
पतंग उड़ा रहा था

उधर-उधर – उसने कहा
जिधर उसकी पतंग भागी जा रही थी
मैं स्‍वीकार करूँ
मैंने पहली बार जाना
हिमालय किधर है?

दिशा कविता की व्याख्या- Disha Poem Explanation

हिमालय किधर है?
मैंने उस बच्‍चे से पूछा जो स्‍कूल के बाहर
पतंग उड़ा रहा था

उधर-उधर – उसने कहा
जिधर उसकी पतंग भागी जा रही थी
मैं स्‍वीकार करूँ
मैंने पहली बार जाना
हिमालय किधर है?

भावार्थ प्रस्तुत काव्य पंक्तियां कवि केदारनाथ सिंह द्वारा रचित दिशा कविता से ली गई है। इस कविता में बाल मनोविज्ञान का संबंध स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

कवि स्कूल के बाहर पतंग उड़ा रहे बच्चों से हिमालय की दिशा पूछते हैं। बच्चे कवि को पतंग उड़ाते-उड़ाते कहते हैं कि हिमालय की दिशा वहीं हैं जहां-जहां से उनकी पतंग गुजर कर जा रही है।

बच्चों के जवाब सुनकर कवि यह स्वीकार करते हैं कि जीवन में पहली बार उन्हें यह पता चला कि हिमालय की दिशा वास्तव में किस ओर है। बच्चों से प्रश्न पूछने के पूर्व कवि को हिमालय की दिशा का पता था। कवि जानता था कि हिमालय उत्तर दिशा में स्थित है, परंतु बच्चों के जवाब ने कवि को गलत साबित कर दिया।

बच्चों को केवल पतंग ही चारों ओर दिख रही थी। इसलिए उन्होंने हिमालय की दिशा अपने पतंग की उड़ने की दिशा को बताया।

दिशा कविता प्रश्न-अभ्यास- Disha Poem Questions and Answers

प्रश्न 1.बच्चे का उधर-उधर कहना क्या प्रकट करता है?

उत्तर- बच्चे का उधर-उधर कहना यह बताता है कि जिस दिशा में बच्चों की पतंग उड़ती चली जा रही है।  ठीक उसी दिशा में हिमालय है। स्कूल जाने वाले बच्चों को हिमालय की दिशा के बारे में क्या पता लेकिन उन्होंने बाल मनोवैज्ञानिकता का परिचय अपने उत्तर के माध्यम से दिया है।

प्रश्न 2. ‘मैं स्वीकार करूँ, मैंने पहली बार जाना हिमालय किधर है’- प्रस्तुत पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- बच्चों से प्रश्न पूछने के पूर्व कवि को हिमालय की दिशा का पता था। कवि जानता था कि हिमालय उत्तर दिशा में स्थित है परंतु बच्चों के जवाब ने कवि को गलत साबित कर दिया।

बच्चों को केवल पतंग ही चारों ओर दिख रही थी इसलिए उन्होंने हिमालय की दिशा अपने पतंग की उड़ने की दिशा को बताया।

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