Topi Shukla Class 10 Extra Question Answer

इस चैप्टर में हम कक्षा 10 की पुस्तक संचयन में दिए गए तीसरे अध्याय ‘टोपी शुक्ला के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर’ ( Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 3 Topi Shukla Extra Question Answer) पढ़ेंगे और समझेंगे।

Class 10 hindi sanchayan chapter 3 Topi Shukla Extra Question Answer

Topi shukla class 10 extra question 1. ‘टोपी शुक्ला’ कहानी हमें क्या संदेश देती है? भारतीय समाज के लिए यह कैसे लाभकारी हो सकता है? तर्क सहित उत्तर दीजिए। 

Topi shukla solution 1. लेखक राही मासूम रज़ा की टोपी शुक्ला कहानी हमें यह सन्देश देती है कि हमें किसी भी धर्म के प्रति भेद-भाव नहीं करना चाहिए। हमें इंसानियत के बीच धर्म को नहीं लाना चाहिए। हमें किसी भी धर्म या जाति के प्रति घृणा नहीं रखनी चाहिए। समाज में हमें धार्मिक एकता बनाए रखनी चाहिए। जैसा कि इस कहानी के तीन पात्रों टोपी, इफ्फन और उसकी दादी के माध्यम से पता चलता है कि प्रेम या दोस्ती किसी धर्म या उम्र की मोहताज नहीं होती। 


भारतीय समाज के लिए यह कहानी लाभकारी है इस कहानी के माध्यम से लोगों के बीच धर्म, जाति, रंग-भेद को लेकर मतभेद बना रहता है। वे लोग जो धर्म को इंसानियत से ऊपर मानते हैं। उन लोगों को यह प्रेरणा देनी वाली कहानी है। समाज में सभी लोग मिल-जुलकर रहेंगे तो इससे उनका और देश का भी विकास होगा। 

Topi shukla class 10 extra question 2. कुछ बच्चों को अपने माता-पिता के पद और हैसियत का कुछ ज्यादा ही घमंड हो जाता है। ‘टोपी शुक्ला’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

Topi shukla solution 2. इफ़्फ़न के पिता कलेक्टर थे। उनका तबादला हो जाने के कारण उनके स्थान पर नए कलेक्टर हरनाम सिंह आए। वे उसी बँगले में रहने लगे जिसमें इफ़्फ़न का परिवार रहता था। जब इफ़्फ़न को याद करके टोपी उस बँगले में पहुँचा तो, माली और चपरासी टोपी को पहचानते थे, इसलिए चौकीदार ने उसे अंदर जाने दिया। वहाँ नए कलेक्टर के तीनों बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। उन्होंने टोपी से अभद्रता से बातचीत ही नहीं की बल्कि मारपीट भी की।

इतना ही नहीं, उन्होंने टोपी पर अपना कुत्ता भी छोड़ दिया जिसके कारण टोपी को सात सुइयाँ लगवानी पड़ीं। ऐसा उन्होंने अपने कलेक्टर पिता के पद और हैसियत के घमंड में किया। क्योंकि उन्हें पता था कि वे चाहे कुछ भी करे कोई उन्हें कुछ नहीं कर सकता, उनके पिता उनकी सभी गलतियों पर पर्दा डाल सकते हैं इसलिए उनका जो मन चाहे वे कर सकते हैं या किसी को भी नुकसान पहुँचा सकते हैं।

Topi shukla class 10 extra question 3. टोपी एक दिन के लिए ही सही अपने बड़े भाई मुन्नी बाबू से क्यों बड़ा होना चाहता था?

Topi shukla solution 3. इफ़्फ़न से दोस्ती करने के और इफ़्फ़न की ही तरह माँ को अम्मी कह देने के कारण जब टोपी की पिटाई हो रही थी तभी उसके बड़े भाई मुन्नी बाबू ने दादी से शिकायत करते हुए कहा था कि उसने टोपी को एक दिन रहीम कबाबची की दुकान पर कबाब खाते देखा था। यह झूठ था इसलिए टोपी को बहुत गुस्सा आया, क्योंकि वह कबाब को हाथ तक नहीं लगाता था। कबाब तो स्वयं मुन्नी बाबू ने खाया था। यह बात घर न बताने के लिए उसने इकन्नी रिश्वत दी थी। इसका मजा चखाने के लिए टोपी मुन्नी बाबू से बड़ा होना चाहता था। ताकि वह मुन्नी बाबू से बदला ले सके। 

Topi shukla class 10 extra question 4. लेखक ने इफ़्फ़न और टोपी को दो आज़ाद व्यक्ति क्यों कहा हैं?

Topi shukla solution 4. लेखक ने इफ़्फ़न और टोपी को दो आज़ाद व्यक्ति इसलिए कहा हैं क्योंकि भले ही इफ़्फ़न और टोपी हमेशा इकट्ठे रहते थे परन्तु दोनों का विकास एक-दूसरे से आज़ाद तौर पर हुआ। इन दोनों के विकास में एक-दूसरे का कोई योगदान नहीं है। इन दोनों को दो तरह के घरेलू रीति- रिवाज़ मिले। इन दोनों ने ही जीवन के बारे में हमेशा से अलग-अलग सोचा।

Topi shukla class 10 extra question 5. प्रेम जाति और उम्र का बंधन नहीं मानता है। “टोपी शुक्ला” पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

Topi shukla solution 5.  ‘टोपी शुक्ला’ पाठ में यह स्पष्ट हो जाता है कि प्रेम जाति और उम्र के किसी भी प्रकार के बंधन को नहीं मानता है। टोपी और इफ्फ़न दोनों अलग-अलग धर्मों के होने के बाद भी अच्छे मित्र थे। उन दोनों की मित्रता किसी भी प्रकार के बंधन को नहीं मानती थी।

Topi shukla class 10 extra question 6. दसवीं कक्षा में पहुँचने में टोपी को दो साल क्यों लग गए?

Topi shukla solution 6. दसवीं कक्षा में तो टोपी सन उनचास ही में पहुँच गया था, परन्तु दसवीं कक्षा में पहुँचते-पहुँचते साल बावन हो चुका था। ऐसी बात नहीं थी कि वह मुर्ख या मन्दबुद्धि था। वह पढ़ाई में बहुत तेज़ था परन्तु उसे कोई पढ़ने ही नहीं देता था। जब भी टोपी पढ़ाई करने बैठता था तो कभी उसके बड़े भाई मुन्नी बाबू को कोई काम याद आ जाता था या उसकी माँ को कोई ऐसी चीज़ मँगवानी पड़ जाती जो नौकरों से नहीं मँगवाई जा सकती थी, अगर ये सारी चीज़े न होती तो कभी उसका छोटा भाई भैरव उसकी कापियों के पन्नों को फाड़ कर उनके हवाई जहाज़ बना कर उड़ाने लग जाता। यह तो थी पहले साल की बात। दूसरे साल उसे टाइफ़ाइड हो गया था। जिसके कारण वह पढ़ाई नहीं कर पाया और दूसरी साल भी फेल हो गया।

Topi shukla class 10 extra question 7. ऐसी कौन सी बात हो गई थी, जिसने टोपी को मुसीबत में डाल दिया था?

Topi shukla solution 7. एक दिन टोपी को बैंगन का भुरता कुछ ज्यादा अच्छा लगा। टोपी की माँ रामदुलारी खाना परोस रही थी तो टोपी ने कहा ‘अम्मी’ जरा बैंगन का भुरता, इतना ही कहा था कि ‘अम्मी’ शब्द सुनकर खाने की मेज़ पर बैठे सभी चौंक गए। टोपी की दादी सुभद्रादेवी ने तो उसी वक्त खाना छोड़ दिया और वहाँ से उठकर चली गई। माँ ने उसकी खूब पिटाई की और एक ही बात बार-बार पूछ रही थी कि क्या इफ़्फ़न के घर जाएगा? और वो हाँ ही कहता था। 

Topi shukla class 10 extra question 8. टोपी ने अपना कोट नौकरानी के बेटे को क्यों दिया और इसका खामयाज़ा टोपी को कैसे भुगतना पड़ा?

Topi shukla solution 8. ठण्ड के दिन शुरू हो गए। टोपी के दोनों भाई मुन्नी बाबू और भैरव को नया कोट मिला। लेकिन टोपी को मुन्नी बाबू का पुराना कोट मिला। लेकिन जब मुन्नी बाबू का वो कोट बना था तो मुन्नी बाबू को पसंद नहीं आया था और टोपी को भी वो कोट पंसद नहीं था इसलिए उसने अपना कोट नौकरानी केतकी के बेटे को कोट दे दिया था। इस बात पर पर दादी और टोपी के बीच बहुत बहस भी हुई थी और फैसला लिया गया कि टोपी को कोई कोट नहीं मिलेगा और वह इस साल ऐसे ही ठंड में रहेगा। 

Topi shukla class 10 extra question 9. जीवन मूल्यों के आधार पर इफ़्फ़न और टोपी शुक्ला के संबंधों की समीक्षा कीजिए।

Topi shukla solution 9. टोपी और इफ़्फ़न घनिष्ठ मित्र थे इफ़्फ़न टोपी का पहला दोस्त था टोपी के बिना इफ़्फ़न और इफ़्फ़न के बिना टोपी न केवल अधूरे थे, बल्कि बेमानी थे उनकी दोस्ती धर्म और जाति की दीवारों से परे थी। वे एक दूसरे की परछाई नहीं थे, फिर भी वे मित्रता की एक अटूट डोर से बंधे थे। अलग धर्म, जाति एवं भिन्न संस्कृति के बावजूद टोपी को जो स्नेह और अपनापन इफ्फ़न और उसकी दादी से मिला, बेसा स्नेह, संरक्षण तो उसे अपने भरे-पूरे घर में किसी से नहीं मिला। जिस भाषा के कारण इफ़्फ़न की दादी टोपी से प्यार करती थी। टोपी की वही भाषा उसके अपने घर में निकृष्ट समझी जाती थी। टोपी के भाई टोपी की एहसास दिलाते थे कि वह बेहद छोटा और तुच्छ है, जबकि कलेक्टर का बेटा होने के बावजूद इफ्फन उससे समानता का व्यवहार करता था, उससे अपने मन की बात करता था। वास्तव में प्रेम, मित्रता जैसे भाव जाति या धर्म के आधार पर पैदा नहीं होते, वे पैदा होते हैं सहानुभूति से भाईचारे की भावना से, त्याग और समर्पण जैसे जीवन मूल्यों से, जिसने इफ़्फ़न और टोपी की मित्रता को मित्रता की पराकाष्ठा तक पहुँचा दिया।

Topi shukla class 10 extra question 10. घर वालों के मना करने पर भी टोपी का लगाव इफ़्फ़न के घर और उसकी दादी से क्यों था? दोनों के अनजान, अटूट रिश्ते के बारे में मानवीय मूल्यों की दृष्टि से अपने विचार लिखिए।

Topi shukla solution 10. टोपी एक सुविधा संपन्न परिवार से था, फिर भी इफ़्फ़न की हवेली की तरफ वह खिंचा चला जाता था क्योंकि अपने भरे-पूरे घर में वह बिल्कुल अकेला था। उसकी भावनाओं को घर में कोई नहीं समझता था। इसके विपरीत अलग धर्म, जाति और भिन्न संस्कृति के बावजूद जो स्नेह और अपनापन उसे इफ्फन और उसकी दादी से मिलता था वैसा स्नेह, संरक्षण तो उसे अपने भरे-पूरे घर में कभी किसी से नहीं मिला था। जिस भाषा के कारण इफ़्फ़न की दादी टोपी से प्यार करती थी। उसी भाषा के कारण उसको स्वयं की दादी उसे निकृष्ट समझती थी। टोपी के भाई, टोपी को एहसास दिलाते थे कि वह छोटा और है,

जबकि कलेक्टर का बेटा होने के बावजूद इफ्फ़न उससे समानता का व्यवहार करता था। उससे अपने मन की बात करता था। वास्तव में, उनकी मित्रता धर्म और जाति की दीवारों से परे थी एक दूसरे के बिना वे न केवल अधूरे थे, बल्कि बेमानी थे। मित्रता का ऐसा भाव त्याग, समर्पण और भाईचारे की भावना से ही पैदा हो सकता है। इफ्फन और टोपी का अटूट रिश्ता ऐसे ही मानवीय मूल्यों पर टिका है।

Topi shukla class 10 extra question 11. टोपी नवीं कक्षा में दो बार फेल हो गया। एक ही कक्षा में दो-दो बार बैठने से टोपी को किन भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा होगा? उसकी भावनात्मक परेशानियों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा व्यवस्था में आपके विचार से क्या परिवर्तन होने चाहिए? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

Topi shukla solution 11. टोपी नवीं कक्षा में दो बार फेल हो गया। एक ही कक्षा में दो-दो बार बैठने से टोपी को अनेक भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मास्टर जी जब भी किसी कमज़ोर लड़के को समझाते तो टोपी का ही उदाहरण देते थे। कहते कि ‘क्या बात है राम अवतार (या कोई भी बच्चा ) बलभद्र की तरह इसी दर्जे में टिके रहना चाहते हो? मास्टर जी के ऐसा कहते ही सभी ज़ोरों से हँसने लगते हँसने वाले वे होते, जो पिछले उससे पीछे थे। अगले साल भी उसे उसी कक्षा में बैठना पड़ा, तो वह बिल्कुल ही मिट्टी का लोंदा हो गया क्योंकि अब उसका कोई दोस्त उसकी कक्षा में तो क्या उससे अगली कक्षा में भी नहीं था। आठवीं कक्षा वाले दसवीं में थे, तो सातवीं वाले बच्चे उसके साथ थे। उनके बीच बैठा हुआ वह अच्छा खासा बूढ़ा (बड़ा) नज़र आता था। अपने भरे-पूरे घर की तरह अब वह स्कूल में भी अकेला हो गया था। मास्टरों ने भी उस पर ध्यान देना छोड़ दिया था। उससे कक्षा में कोई सवाल न पूछा जाता था। कई लड़के ऐसे-ऐसे कटाक्ष करते कि वह बिलबिला उठता। उसे अपने घर में भी दादी, माँ, भाई आदि के तीखे बाण सहने पड़ते।

टोपी जैसे बच्चों की भावनात्मक परेशानियों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा व्यवस्था में जो आवश्यक बदलाव होने चाहिए, उनमें प्रमुख हैं- टोपी जैसी भावनात्मक परेशानियों से पीड़ित विद्यार्थियों पर माता-पिता तथा अध्यापक विशेष ध्यान दें। उनके साथ माता-पिता तथा अध्यापकों का सहानुभूति तथा प्यार भरा व्यवहार होना चाहिए। विद्यालयों में हतोत्साहित करने के स्थान पर बच्चों को उत्साहित करना चाहिए। हमारे जीवन के दो पहली हैं-सफलता और असफलता। यह उन्हें समझाया जाना चाहिए। शिक्षा के लिए विशेष प्रबंध होना चाहिए, जैसे- उपचारात्मक शिक्षा प्रणाली, वस्तुनिष्ठ प्रश्नावली तथा दिलचस्पी से पढ़े जाने वाले विषय उन्हें पढ़ाए जाने चाहिए। शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियाँ भी होनी चाहिए जिससे कि बच्चे मानसिक, शारीरिक रूप से स्वास्थ रहें।

Topi shukla class 10 extra question 12. टोपी एक सुविधा संपन्न परिवार से था, फिर भी इफ़्फ़न की हवेली की तरफ उसके खींचे चले जाने के क्या कारण थे? स्पष्ट कीजिए।

Topi shukla solution 12. टोपी एक सुविधा संपन्न परिवार से था, फिर भी इफ़्फ़न की हवेली की तरफ़ वह खिंचा चला जाता था क्योंकि अपने भरे-पूरे घर में वह बिल्कुल अकेला था। उसकी भावनाओं को घर में कोई नहीं समझता था। दादी तो उसकी हर बात में कमी निकालती थीं। दादी उसकी भाषा पर भी उसे डाँटती थीं। माँ को उसकी इफ़्फ़न से दोस्ती पर नाराज़गी थी। बड़े भाई मुन्नी बाबू ने भी स्वयं कबाब खाकर उसका इल्ज़ाम टोपी पर लगाकर उसकी पिटाई करवा दी थी। छोटा भाई भैरव भी अक्सर उसे तंग करता रहता था। इन सबके विपरीत इफ़्फ़न और उसकी दादी से उसे अपनेपन का एहसास मिलता था। दादी तो उसे बहुत प्यार करती थी। वह जब भी इफ़्फ़न के घर जाता, दादी के पास ही बैठता था। टोपी की पूरबी बोली पर यदि इफ़्फ़न के परिवार का कोई सदस्य उसे छेड़ता, तो भी दादी टोपी का ही पक्ष लेती थीं। वे स्वयं भी पूरबी बोली बोलती थीं और इफ़्फ़न के साथ टोपी को भी कहानियाँ सुनाया करती थीं। इसी कारण टोपी ने बार-बार मना करने पर भी इफ़्फ़न की हवेली में जाना नहीं छोड़ा।

Topi shukla class 10 extra question 13. ‘टोपी शुक्ला’ पाठ में इफ़्फ़न की दादी के स्वभाव की उन विशेषताओं का उल्लेख कीजिए जिनके कारण टोपी ने दादी बदलने की बात कही?

Topi shukla solution 13.  इफ़्फ़न की दादी स्नेहिल स्वभाव की थी। वह बच्चों से अत्यधिक स्नेह करती थीं। वह इफ़्फ़न के साथ टोपी को भी अपने पास बैठाकर कहानियाँ सुनाती थीं। यहाँ तक कि इफ़्फ़न के परिवार का कोई सदस्य कभी टोपी को उसकी बोली पर छेड़ता जब भी वह टोपी का ही पक्ष लेती थीं। टोपी की भाँति वह भी पूरबी बोली बोलती थीं जिससे टोपी को उनसे अपनेपन का एहसास होता था। जबकि टोपी की दादी का स्वभाव अच्छा न था वह हमेशा टोपी को डाँटती फटकारती रहती थीं। वह परंपराओं में बँधे होने के कारण कट्टर हिंदू थीं। वह टोपी को इफ़्फ़न के घर जाने से भी रोकती थीं। इन्हीं सब कारणों से टोपी ने इफ़्फ़न से दादी बदलने की बात कही।

Topi shukla class 10 extra question 14. टोपी ने मुन्नी बाबू के बारे में कौन-सा रहस्य छिपाकर रखा था और क्यों? विस्तार से समझाइए।

Topi shukla solution 14. एक बार टोपी ने मुन्नी बाबू को रहीम कबाबची की दुकान पर कबाब खाते देख लिया था, इस बात को ने छुपाने के लिए मुन्नी बाबू ने टोपी को इकन्नी की रिश्वत भी दी थी। इस रिश्वत का तो टोपी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, किंतु टोपी चुगलखोर नहीं था इसीलिए उसने अपने घरवालों को इसकी जानकारी नहीं दी थी।

Topi shukla class 10 extra question 15. ‘टोपी शुक्ला’ पाठ के आधार पर बताइए कि इफ़्फ़न की दादी मिली-जुली संस्कृति में विश्वास क्यों रखती थीं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।

Topi shukla solution 15. इफ़्फ़न की दादी की शादी एक मौलवी से हुई थीं। दादी नमाज़ व रोज़े की बड़ी पाबंद थीं, किंतु जब इफ्फ़न के पिता के चेचक निकली तो वह उसके पलंग के पास एक पैर पर खड़ी हुई और उन्होंने माता का नाम लेकर कहा, “माता, मोरे बच्चे को माफ़ करयो।”  दादी के ससुराल में उर्दू बोली जाती थी, किंतु वे पूरबी बोली ही बोलती थीं। उनके मौलवी परिवार में गाने-बजाने की रोक थी, किंतु इफ्फन की छठी में उन्होंने खूब गाना- बजाना किया था। उनकी इस सब बातों से पता चलता है कि वे मिली-जुली संस्कृति पर विश्वास करती थीं।

Topi shukla class 10 extra question 16. टोपी शुक्ला के घर की बूढ़ी नौकरानी को टोपी के प्रति प्रेम और सहानुभूति क्यों थी? कारण सहित स्पष्ट कीजिए।

Topi shukla solution 16. टोपी शुक्ला के घर की बूढ़ी नौकरानी को टोपी के प्रति प्रेम और सहानुभूति इसलिए थी क्योंकि इफ्फन की दादी की मृत्यु और इफ़्फ़न के पिताजी की होने के कारण इफ्फन का मुरादाबाद चले जाने के बाद टोपी बिल्कुल अकेला पड़ गया था। इफ्फन के इलावा उसका कोई भी दोस्त नहीं था। टोपी को अपना अकेलापन दूर करने और दुःख-दर्द बाँटने के लिए घर की बूढ़ी नौकरानी सीता ही दिखाई दी। उसके घर में कोई उसे डांटता भी था तो सीता उसे अच्छे से समझाती थी।

Topi shukla class 10 extra question 17. ‘टोपी शुक्ला’ पाठ के आधार पर बताइए कि टोपी को किन-किनसे अपनापन मिला? क्या आज के समय में भी ऐसे अपनेपन की प्राप्ति संभव है?

Topi shukla solution 17. टोपी को अपने मित्र इफ्फ़न तथा उसकी दादी से और अपने घर पर नौकरानी सीता से बहुत अपनापन मिला। इस अपनत्व को पाकर अपने घर में उपेक्षित जीवन जी रहे टोपी को एक सहारा मिला। इफ्फ़न ने तो उसके जीवन की जैसे सारी कमियों को पूरा कर दिया था तथा उसकी दादी की ममतामयी बोली तो उसके दिल में उतर गई थी, वह इफ़्फ़न के घर जाकर दादी के पास ही बैठा करता था और अपने घर में जब घर के सब छोटे-बड़े उसे डाँट फटकार लेते थे, तब वह सीता के पास अपना दुख बाँटने चला जाता था। आज के युग में हर आदमी व्यस्त दिखाई देता है, इसी व्यस्तता ने उसकी संवेदनशीलता को भी कम कर दिया है। ऐसे में इतना अपनापन मिलना असंभव तो नहीं, किंतु कठिन अवश्य है। यहाँ यह कहना भी अनुचित नहीं होगा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और उसके अंदर संवेदना अभी पूरी तरह ख़त्म नहीं हुई है, अतः टोपी के समान पारिवारिक उपेक्षा की पीड़ा झेल रहे व्यक्तियों को अपनत्व देने वाले आज भी कम नहीं हैं।

Topi shukla class 10 extra question 18. किन बातों से पता चलता है कि टोपी को इफ़्फ़न की दादी बहुत प्रिय थी ?

Topi shukla solution 18. टोपी को इफ्फन की दादी बहुत प्रिय थी, ऐसा उसकी निम्नलिखित बातों से पता चलता है–

(क) जब भी टोपी इफ्फ़न के घर जाकर दादी के पास ही बैठा करता था। 

(ख) टोपी को इफ्फन की दादी की पूरबी बोली में मिठास महसूस होती थी।

(ग) जब इफ़्फ़न की दादी का मृत्यु हुई तो टोपी स्कूल के जिमनेजियम में जाकर एक कोने में बैठकर बहुत रोया।

(घ) टोपी को दादी के न रहने पर इफ्फ़न का घर खाली-सा महसूस होने लगा। 

(ड़) एक बार टोपी ने  इफ्फ़न से दादी बदलने की बात कही थी, तो इफ्फन ने कहा कि अब्बू कभी नहीं मानेंगे। उसकी इस बात से पता चलता है कि जो उसके मन में इफ्फन की दादी के प्रति बहुत प्रेम था।

Topi shukla class 10 extra question 19. इफ़्फ़न की दादी की मौत का समाचार सुनकर टोपी पर क्या प्रभाव पड़ा? टोपी ने इफ़्फ़न को क्या कहकर सांत्वना दी?

Topi shukla solution 19.  जब इफ्फन के घर के नौकर ने आकर दादी की मौत का समाचार सुनाया तो टोपी का मन शोक से भर उठा। इफ्फन तो उसी समय घर चला गया और टोपी जिमनेजियम में जाकर एक कोने में बैठकर रोने लगा। शाम को वह इफ्फन के घर गया, तो एक दादी के न रहने से उसे सारा घर खाली खाली सा लगा। इफ्फ़न की दादी के प्रति उसके मन में बहुत प्रेम था, बदले में ऐसा ही प्रेम उसे उनसे भी मिला था, किंतु उसे कभी ऐसा प्यार अपनी दादी से नहीं मिला। इसी कारण उसने इफ्फ़न को यह कहकर सांत्वना दी कि तेरी दादी की जगह अगर मेरी दादी मर गई होती, तो ठीक होता।

Topi shukla class 10 extra question 20. किन घटनाओं के कारण टोपी को कक्षा में शर्म आने लगी थी? उस स्थिति में आप होते तो क्या करते?

Topi shukla solution 20. जब टोपी नौंवी कक्षा में दो बार फेल हुआ, तो उसके परिवार वालों और स्कूल के अध्यापकों ने उसकी उपेक्षा करनी शुरू कर दी तथा उसकी कक्षा के नए सहपाठी भी उसे चिढ़ाते थे। एक बार टोपी के अंग्रेज़ी अध्यापक ने कक्षा में प्रश्न पूछा तो टोपी ने उत्तर देने के लिए हाथ उठाने पर उससे यह कह दिया कि वह उन्हें अन्य विद्यार्थियों से प्रश्न पूछने दे, उससे तो वे अगले साल भी पूछ लेंगे। उनके इस तरह टोपी को कहने पर सभी बच्चे हँसे, तो टोपी बहुत उदास हो गया। टोपी की कक्षा में बच्चे उससे बात नहीं करते थे। टोपी उन बच्चों से उम्र में बड़ा दिखाई देता था। कक्षा में उसके नए सहपाठी उससे बहुत छोटे थे और कक्षा में सभी उसका मजाक उड़ाते थे। इन्हीं सब कारणों से टोपी को कक्षा में शर्म आने लगी थी।

यदि मैं टोपी जैसी स्थिति में होता, तो अध्यापकों द्वारा बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार न करने के लिए विनती करता कि वे बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार न करें उनके इस व्यवहार से बच्चे आहत होते हैं। उन्हें मैं यह विश्वास दिलाता कि उनके मार्गदर्शन में जी तोड़ मेहनत करके मैं उन्हें अच्छे अंक के साथ पास होकर दिखाऊँगा।

Topi shukla class 10 extra question 21. टोपी और बूढ़ी नौकरानी दोनों में एक-दूसरे के प्रति सद्भाव होने का क्या कारण था? इनके व्यवहार से आपको क्या शिक्षा मिलती है?

Topi shukla solution 21. टोपी और बूढ़ी नौकरानी दोनों में एक- दूसरे के प्रति सद्भाव होने का कारण था कि घर में टोपी और बूढ़ी नौकरानी दोनों की स्थिति एक जैसी थी। घर में दोनों को ही सभी छोटे-बड़े डाँटते रहते थे। घर में बूढ़ी नौकरानी सीता तो चुपचाप सब सह लेती थी। लेकिन टोपी घरवालों की किसी भी बात को बर्दाश्त नहीं करता था। इसी कारण जब भी टोपी किसी बात पर दादी या घर के अन्य सदस्य का विरोध करता, तब उसके घर की नौकरानी सीता उसे समझाया करती थी। दोनों अपने दुःख-दर्द एक-दूसरे से बाँट लेते थे। सीता से बात करके टोपी का मन भी हल्का हो जाता था। टोपी को सीता के आँचल में जाकर सुकून मिलता था। इनके व्यवहार से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें एक-दूसरे के दुःख में एक-दूसरे का सहारा बनना चाहिए। इस प्रकार व्यक्ति को लगता है कि उसके जीवन में कोई तो है, जिससे वह अपना दुख-दर्द बाँट सकता है।

Topi shukla class 10 extra question 22. ठाकुर हरिनाम सिंह कौन था? उसके लड़कों ने टोपी शुक्ला से दोस्ती क्यों नहीं की? यह उनकी किस भावना का व्यंजक है?

Topi shukla solution 22. इफ़्फ़न के पिताजी का ट्रांसफर मुरादाबाद होने के बाद बनारस का नया कलेक्टर ठाकुर हरिनाम सिंह को बनाया गया। ठाकुर हरिनाम सिंह के तीन लड़के थे उनमें इफ्फ़न की तरह संस्कार नहीं थे, उन्हें अपने पिताजी के कलेक्टर के पद पर होने का बहुत घमंड था। उनकी इसी मानसिकता के चलते उन्हें टोपी किसी चपरासी के बेटे के समान लगाता था। जब टोपी ने उन लड़कों से दोस्ती करने करने की कोशिश कि तो उन्होंने दोस्ती टोपी के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया। यहाँ तक कि उन्होंने टोपी को अपने कुत्ते से भी कटवा दिया था। उन लड़कों कि इस मानसिकता से उनकी दूषित भावना का पता चलता है। वे अपने आप को ऊँचा तथा दूसरों को नीचा समझते हैं।

Topi shukla class 10 extra question 23. इफ़्फ़न की दादी को मरने से पहले कौन-सी वस्तुएँ याद आई? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।

Topi shukla solution 23.  इफ़्फ़न की दादी पूरा जीवन अपने मायके से जुड़ी यादों को दिल में सहेजे रही थीं। इसलिए मरने से पहले उन्हें अपने मायके की कच्ची हवेली, अपने द्वारा लगाया गया आम का बीजू पेड़ आदि याद आए।

वे अपने मायके की मिट्टी से दिल से जुड़ी थीं। इसी समय जब उनके बेटे ने उनसे यह पूछा कि मरने के बाद उनकी लाश करबला जाएगी या नज़फ़, तो इस बात पर वे भड़ककर कहने लगीं कि यदि उससे उनकी लाश न सँभाली जाए, तो उनके मायके भेज दे।

Topi shukla class 10 extra question 24. टोपी ने मुत्री बाबू की किस असलियत से घर वालों से छिपाकर रखा था, और क्यों?

Topi shukla solution 24. एक बार टोपी ने अपने बड़े भाई मुन्नी बाबू को रहीम कबाबची की दुकान पर कबाब खाते देख लिया था, मुन्नी बाबू ने टोपी से घर पर यह बात बताने के लिए मना किया था और मुन्नी बाबू ने टोपी को इकन्नी की रिश्वत भी दी थी। लेकिन टोपी पर इकन्नी की रिश्वत कोई प्रभाव नहीं पड़ा, किंतु टोपी अपने भाइयों की तरह चुगलखोर नहीं था इसीलिए टोपी ने मुन्नी बाबू की असलियत को घरवालों से छिपाकर रखा था।

Topi shukla class 10 extra question 25. कलेक्टर साहब के लड़के टोपी के दोस्त क्यों नहीं बन सके ?

Topi shukla solution 25. कलेक्टर साहब के तीन लड़के थे। वे लड़के टोपी के दोस्त इसलिए नहीं बन सके क्योंकि वे तीनों ही बहुत घमंडी थे। उन्हें अपने पिताजी के कलेक्टर के पद पर होने का बहुत घमंड था। वे हमेशा टोपी से जानबूझकर उसके पिताजी की नौकरी के बारे में पूछते थे और वह भी गलत भाषा में टोपी से बात करते थे। एक बार तो उन्होंने टोपी के पीछे अपना कुत्ता छोड़ दिया था। उन्हें दोस्ती की अहमियत का नहीं पता था और न ही मानवीय मूल्यों का ज्ञान था।

कक्षा 10 की पुस्तक संचयन में दिए गए तीसरे अध्याय ‘टोपी शुक्ला कक्षा 10 संचयन पाठ 3 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर’ Sanchayan Class 10 Chapter 3 Topi Shukla Extra Question Answer जुड़े सवालों के जवाब पाने के लिए कमेंट बॉक्स में अपना मैसेज लिखें।

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